लखनऊ। लड्डू के लिए प्रसिद्ध संडीला की पहचान में नया सितारा जुड़ने जा रहा है। भारत में कभी अपनी अलग पहचान रखने वाली वेबली एंड स्कॉट की यूनिट लखनऊ से करीब 30 किलोमीटर दूर हरदोई जिले के संडीला में बनने जा रही है। इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-दो में 3200 वर्गमीटर भूमि पर यह शस्त्र निर्माण फैक्ट्री बनेगी। देश में हथियार निर्माण करने वाली यह पहली विदेशी कंपनी होगी। इसके लिए इसने लखनऊ की स्याल मैन्युफैक्चरर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से हाथ मिलाया है। उत्तर प्रदेश के हरदोई में ब्रिटेन की जानी-मानी हथियार बनाने वाली कंपनी वेबली एंड स्कॉट रिवॉल्वर का उत्पादन करने जा रही है। यह भारत में फायर आर्म्स बनाने वाली पहली विदेशी कंपनी होगी। हैंडगन बनाने की दिग्गज कंपनी ने परियोजना के लिए लखनऊ स्थित स्याल मैन्युफैक्चरर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ हाथ मिलाया है। कंपनी नई यूनिट के पहले चरण में अपने .32 रिवाल्वर का निर्माण करेगी। यूके कंपनी की यहां बारूद, पिस्तौल, एयरगन और रिवाल्वर बनाने की भी योजना है। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में वेबली एंड स्कॉट कंपनी के को-ऑनर जॉन ब्राइट ने बताया कि नई यूनिट में हम पिस्तौल, एयरगन, शॉटगन और गोला-बारूद का निर्माण करेंगे। उनके अनुसार- हमने विशाल बाजार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए भारत और उत्तर प्रदेश राज्य में निवेश करने का फैसला किया है। जॉन ब्राइट ने कहा कि हमने 2018 में स्याल मैन्युफैक्चरर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ मिलकर व्यवसाय का विस्तार करने का मन बनाया है। हमें 2019 में भारत में हथियारों के निर्माण का लाइसेंस मिला। उत्तर प्रदेश के संडीला में फैक्ट्री को बनाने के लिए इंग्लैंड से 15 विशेषज्ञों की एक टीम आएगी। इस फैक्ट्री का निर्माण चार महीने में पूरा करने की योजना है। उन्होंने कहा कि 1899 के मार्क IV.32 पिस्तौल के मूल डिजाइन का उपयोग पहले चरण में भारतीय बाजार को पूरा करने के लिए किया जाएगा।डब्ल्यूएंडएस उत्पादों के ऑल इंडिया डिस्ट्रीब्यूटर्स सियाल मैन्युफैक्चरर्स के जोगिंदर पाल सिंह सियाल ने कहा कि सरकार के सहयोग और केंद्र की 'मेक इन इंडिया' नीति ने परियोजना को अंतिम रूप देने में मदद की। उन्होंने कहा कि .32 रिवॉल्वर की लागत 1.6 लाख रुपये होगी। हम आयुध कारखानों की ओर से बनाए गए हथियारों को कड़ी टक्कर देंगे। लोगों को अब उनके दरवाजे पर विश्व स्तरीय हथियार मिलेंगे।
03-12-2023 05:28:06